Hamas mastermind: फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास ने शनिवार यानी 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर बड़ा हमला किया. इसके बाद से वहां हिंसा भड़की हुई है. अब तक मरने वालों की संख्या 1,600 से ज्यादा हो गई है. आधिकारिक तौर पर युद्ध की घोषणा होने के बाद से इजरायली सेना ने गाजा पट्टी के 426 ठिकानों को तबाह कर दिया है. दोनों तरफ से हजारों लोग घायल हो चुके हैं. अकेले इजरायल के 900 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. बदला लेने के लिए इजरायली सेना ने हमला तेज कर दिया है. गाजा पट्टी में इजरायली हमले में हमास के 680 लोग मारे जा चुके हैं.
हमास की मिलिट्री विंग के मुखिया मोहम्मद दीफ ने कहा कि ‘ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म’ गाजा की 16 साल की नाकाबंदी, इजरायली कब्जा और हाल की घटनाओं के जवाब में शुरू किया गया था. इजरायल-फिलिस्तीन तनाव चरम पर है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि हमास के हमलों की साजिश रचने वाला ये शख्स अपने पैरों पर खड़ा तक नहीं हो पाता है. मोहम्मद दीफ को चलने-फिरने के लिए व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ता है. बता दें कि इजरायल और फिलिस्तीन में मोहम्मद दीफ को एक ‘साये’ के तौर पर पहचाना जाता है. मोहम्मद दीफ को खत्म करने की इजरायल की अब तक की सभी कोशिशें नाकाम रही हैं. मो. दीफ इजरायल के वांछितों की सूची में सबसे ऊपर है.
आखिर कौन है मोहम्मद दीफ?
दीफ 2002 से हमास की मिलिट्री विंग का मुखिया है. फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मो. दीफ का जन्म 1960 के दशक में गाजा में खान यूनिस शरणार्थी शिविर में मोहम्मद दीब इब्राहिम अल-मसरी के तौर पर हुआ था. उस समय गाजा मिस्र के नियंत्रण में था. बता दें कि 1948 से 1967 तक गाजा मिस्र, 1967 से 2005 के बीच इजरायल और 2005 से 2007 तक फिलिस्तीनी प्राधिकरण के कब्जे में रहा है. साल 2007 में हमास ने तख्तापलट कर गाजा पर नियंत्रण हासिल कर लिया. रिपोर्ट में कहा गया है कि दीफ के चाचा या पिता ने 1950 के दशक में सशस्त्र फिलिस्तीनियों की उसी क्षेत्र में की गई छापेमारी में हिस्सा लिया था, जहां हमास के लड़ाकों ने शनिवार को इजरायल में घुसपैठ की थी.
हमास में क्या है दीफ की भूमिका?
हमास की स्थापना 1980 के दशक के अंत में वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी पर इजरायल के कब्जे के खिलाफ पहले फिलिस्तीनी विद्रोह की शुरुआत के बाद हुई थी. दोनों क्षेत्रों पर इजरायली कब्जा 1967 के इजरायल-अरब युद्ध के दौरान हुआ. पहले विद्रोह के समय दीफ की उम्र 20 साल थी. बाद में उन्हें इजरायलियों ने जेल भेजा दिया. इजरायल ने दीफ को आत्मघाती बम धमाकों में दर्जनों लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया. इसमें एक हमला 1996 में किया गया था, जिसमें 50 से ज्यादा नागरिक मारे गए थे. ये बम धमाके ओस्लो शांति समझौते के जवाब में थे. इस समझौते पर 1990 के दशक की शुरुआत में इजरायल और अधिकांश फिलिस्तीनियों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन ने हस्ताक्षर किए थे.
अय्याश से दीफ का क्या है संबंध?
समझौते का मकसद इजरायल के साथ एक फिलिस्तीनी राज्य के रूप में फिलिस्तीनी आत्मनिर्णय लाना था. हालांकि, हमास इसके खिलाफ था. उसका कहना था कि 1948 के अरब-इजरायल युद्ध में इजरायल ने फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर नियंत्रण हासिल कर लिया था. तर्क दिया गया कि समझौते का प्रभावी मतलब फिलिस्तीन के लिए क्षेत्र का नुकसान होगा. कहा जाता है कि दीफ ने याह्या अय्याश के अधीन अध्ययन किया था, जिसका उपनाम इंजीनियर था. वह बम बनाने में माहिर था. इजरायल ने 1996 में याह्या अय्याश की विस्फोटकों से भरे मोबाइल फोन के जरिये हत्या कर दी थी. दीफ आगे चलकर हमास की मिलिट्री विंग ‘कसम ब्रिगेड’ में शामिल हो गया.
दीफ को खत्म करने की कई कोशिशें
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मोहम्मद दीफ ने जुलाई 2002 में हमास की सैन्य शाखा के गाजा कमांडर के तौर पर पदभार संभाला था. हालांकि, वह पहले से ही इजरायल के वांछितों की सूची में शीर्ष पर था. इजरायली सेना ने मो. दीफ को कई बार मारने की कोशिश की, लेकिन वह हर बार बचल निकला. एक इजरायली हेलीकॉप्टर ने 2002 में ही गाजा सिटी के पास एक कार पर मिसाइलें दागीं, जिसमें हमास के दो सदस्य मारे गए. हमले में 15 बच्चों समेत 40 लोग घायल हुए. अमेरिकी विदेश विभाग ने भी मोहम्मद दीफ को आतंकवादी घोषित किया हुआ है. घोषणा के मुताबिक, दीफ हमास की आक्रामक रणनीति का मास्टरमाइंड है. इजरायल ने 2014 में पुष्टि की थी कि एक घर पर किए गए हमले में दीफ को खत्म करने की कोशिश की गई थी, जिसमें उसकी पत्नी और सात महीने का बेटा मारा गया था. इसमें भी वह बच गया था.
नहीं है एक हाथ, एक पैर और एक आंख
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में लिखा गया था कि दीफ हमास में अकेला प्रमुख सैन्य व्यक्ति है, जो इतने लंबे समय तक जीवित रहा है. कहा जाता है कि वह हत्या के हर प्रयास से बचने और गंभीर चोटों से उबरने में सक्षम है. फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कथित तौर पर दीफ को मारने की कई कोशिशों के कारण उसका एक हाथ और एक पैर नहीं है. इसी वजह से वह व्हीलचेयर पर बैठे-बैठे तमाम हमलों की साजिश रचता है. कुछ संगठनों का दावा है कि उसकी एक आंख भी नहीं है. फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में इजरायली अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि दीफ की रणनीति कब्जे वाले क्षेत्रों में बसने वाले आम लोगों और सैनिकों को यरूशलम व तेल अवीव में बसाने की है.